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जनता तय करेगी पाकिस्तान की किस्मत, भ्रष्ट विपक्ष और विदेशी ताकत नहीं… इमरान खान ने किया पाकिस्तानी संसद भंग करने का ऐलान

पाकिस्तान में अब नए सिरे से चुनाव होंगे। प्रधानमंत्री इमरान खान की सिफारिश पर राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने पाकिस्तानी संसद को भंग कर दिया है।

पीएम इमरान ने राष्ट्र के नाम संबोधन में बताया कि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से नैशनल असेंबली को भंग करने की सिफारिश कर दी गई है। इसका मतलब है कि अब पाकिस्तान में जल्द ही चुनाव होंगे। उधर, विपक्ष सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने जा रहा है।

पीएम इमरान ने इस पर तंज कसते हुए कहा भी कि विपक्ष के नेता अचकनें सिलवाकर तैयार थे कि सरकार बनाएंगे लेकिन स्पीकर की तरफ से संवैधानिक अधिकारों का इस्तेमाल किए जाने से सबके मंसूबों पर पानी फिर गया। ध्यान रहे कि पाकिस्तानी संसद में इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया था जिस पर मतदान होना था, लेकिन डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने प्रस्ताव को ही खारिज कर दिया।

 

जनता तय करेगी पाकिस्तान की किस्मत, कोई बाहरी ताकत नहीं: इमरान

उन्होंने फिर से कहा कि उन्हें सत्ता से बाहर फेंकने की साजिश विदेश से हुई है। इमरान ने कहा, ‘भ्रष्ट लोग पैसे की बोरियों से सांसदों को खरीद करके इस मुल्क की तकदीर का फैसला नहीं करें। वो लोग जो अचकन सिलवा के बैठे हुए हैं और जिन्होंने सांसदों को खरीदने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए, वो सब पैसे बर्बाद हो जाएंगे। जिन लोगों ने ये पैसे लिए हैं, वो परोपकार में खर्च करें।’

 

इमरान का आह्वान- चुनाव की तैयारी करे जनता
इमरान ने पाकिस्तान की जनता से कहा कि अब वो चुनाव की तैयारी करें। उन्होंने कहा कि जनता ही फैसला करेगी, कोई भ्रष्ट जमात या कोई और देश पाकिस्तान की किस्मत तय नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, ’22 करोड़ की कौम, उसकी चुनी हुई सरकार को साजिश के तहत गिराने की कोशिश नाकामयाब कर दी गई है।’

क्या है आर्टिकल 5 जिसका हवाला देकर पाकिस्तान के डेप्युटी स्पीकर ने इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर दिया

सियासी उठापटक पर फिलहाल लगा विराम
ध्यान रहे कि पाकिस्तान में पिछले कई सप्ताह से सियासी उठापटक चल रही है। सत्ताधारी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के कई सांसदों ने बगावत कर दी है। साथ ही, कई अन्य दलों ने भी सरकार से समर्थन वापस ले लिया जिसके बाद इमरान की सरकार अल्पमत में आ गई।

उधर, पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पीएमएलएन और दिवंगत प्रधानमंत्री बेनजरी भुट्टो की पार्टी पीपीपी के नेतृत्व में विपक्ष ने सरकार बनाने के लिए जरूरी 172 से ज्यादा सांसद जुटा लेने का दावा किया था। ऐसा लग रहा था कि आज इमरान सरकार गिर जाएगी और विपक्ष के सरकार में आने का रास्ता साफ हो जाएगा। हालांकि, आखिरी पल में सत्ता पक्ष ने ऐसी गुगली फेंकी की विपक्ष धराशायी हो गया।

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