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रानीपोखरी में व्यापारियों ने किया बढे हुए लाइसेंस शुल्क का विरोध

Dehradun. जिला पंचायत शुल्क व व्यापारियों की अन्य समस्याओं के निस्तारण को व्यापार मंडल रानीपोखरी और देहरादून जिला पंचायत प्रतिनिधियों की रानीपोखरी में एक बैठक आयोजित की गई।

बैठक में व्यापारियों को निर्धारित शुल्क से अधिक के नोटिस भेजे जाने पर चर्चा की गई। जिसमें  सहमति बनाते हुए गत वर्ष हुए निर्णय के अनुसार ही टैक्स जमा करने की सहमति बनी। व्यापारियों द्वारा जिला पंचायत के ठेकेदार द्वारा लाइसेंस शुल्क 150-200 से भी अधिक 500 रुपए मांगे जाने का विरोध किया गया।

इसके लिए व्यापार मंडल अध्यक्ष अरूण शर्मा द्वारा कहा गया कि कोई भी व्यापारी भविष्य में लाइसेंस के लिए 150 या 200 रुपए से अधिक शुल्क जमा नहीं करेगा। सचिव भूपेन्द्र चौहान द्वारा जिला पंचायत प्रतिनिधियों से यह भी मांग रखी गई है कि जिला पंचायत द्वारा व्यापारियों से जिला पंचायत शुल्क तो लिए जाता है लेकिन व्यापारियों को मांगने पर भी किसी प्रकार की मदद नहीं दी जाती है।

बैठक में कहा गया कि महीने में दो दिन की बंदी के दौरान भी रानीपोखरी चौक पर दो तीन दुकानदार अवैध रूप से अपनी दुकानें खोलकर मूल्य से अधिक दरों पर उपभोक्ताओं को समान बेचते हैं। व्यापारियों द्वारा इस बात पर भी नाराजगी व्यक्त की गई है कि कई व्यापारी व्यापार मंडल शुल्क जमा नहीं करते हैं।

जिस कारण धन के अभाव में सफाई अभियान में लगे कर्मचारी को भी हटाना पड़ा है। अध्यक्ष व सचिव द्वारा समस्त व्यापारियों से पालीथीन का उपयोग पूर्ण रूप से बंद करने और अपनी अपनी दुकानों पर संबधित बोर्ड लगवाने की बात कही गई।

बैठक में देहरादून जिला पंचायत प्रतिनिधि मालेंद्र चौहान, विशाल तिवारी, राजेश सहित व्यापार मंडल सरंक्षक सतीश सेमवाल, कोषाध्यक्ष नितिन शर्मा, ऑडिटर अरूण वर्मा, मीडिया प्रभारी मनोज शर्मा, सदस्य टिंकू चौहान, कृष्णा रावत, विक्रम नेगी, सुरेश नेगी, लंबरदार फार्म संचालक नरेन्द्र चौहान, दिनेश कौशल, हर्षित रावत, तिलक राज, श्याम सुंदर गुप्ता, विनोद गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

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