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देश में प्रतिदिन डेढ़ लाख लोग सड़क दुर्घटना में गंवा रहे जान- ‘नींद का अभाव’ और ‘नशे का प्रभाव’ मुख्य कारण

डोईवाला। हिमालयीय विश्वविद्यालय के सभागार में ‘सड़क सुरक्षा सप्ताह ‘ के अंतर्गत

एक दिवसीय जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया।

सुप्रसिद्ध अर्थोपीडिक सर्जन पद्मश्री डॉ. बीकेएस संजय ने सड़क दुर्घटना के कारणों

और उसे न्यून करने के समाधानो को विस्तार से समझाते हुए कहा कि जब कोई व्यक्ति सड़क

दुर्घटना का शिकार होता है तो न केवल वह व्यक्ति चोटिल होता है बल्कि उसके साथ पूरा

परिवार प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से घायल हो जाता है। उन्होंने कहा कि “नींद का अभाव और

नशे का प्रभाव “मुख्य रूप से दुर्घटना के कारण हैं। उन्होंने वीडियो के माध्यम से भी सड़क

दुर्घटना के कारणों को दिखाया। और विशेष रूप से युवा पीढ़ी से आह्वान किया कि सड़क

पर चलने और गाडी चलाने के नियमों का पालन करना चाहिए। ताकि व्यक्ति स्वयं के

साथ साथ अन्य का जीवन भी बचा सकता है। डॉ. गौरव संजय ने कहा कि भारत में प्रतिदिन

1.5 लाख लोग सड़क दुर्घटना में अपनी जान गंवा रहे हैं। सड़क दुर्घटना के कारणों में तेज

गति से वाहन चलाना, शराब के नशे में गाड़ी चलाना और नींद आदि को वीडियो के माध्यम

से विस्तारपूर्वक बताया। विश्वविद्यालय के चांसलर प्रो. प्रदीप भारद्वाज व कुलपति प्रो.

जेपी पचौरी द्वारा डॉ. बीकेएस संजय व डॉ गौरव संजय को शाल एवं स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम संचालन डॉ. ममता कुंवर द्वारा किया गया। सेमिनार में हिमालयीय विश्वविद्यालय के

चांसलर प्रो0 प्रदीप भारद्वाज, कुलपति प्रो0जे. पी. पचौरी, एचऐएमसी प्राचार्य प्रो. अनिल

कुमार झा, प्राचार्य नर्सिंग एवं रजिस्ट्रार डॉ.अंजना विलियम्स, डीन डॉ. अनूप बलूनी

साहित सभी प्राध्यापक गण एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

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