स्थानीय प्रशासन से कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा
देहरादून। जौलीग्रांट (कोठारी मोहल्ला) निवासी एक बीएसएफ के जवान की कोलकाता में तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई।
जिसके बाद बृहस्पतिवार की सुबह तड़के करीब साढे छह बजे उनके पार्थिव शरीर को जौलीग्रांट लाया गया। जहां अंतिम दर्शनों और श्रद्धा-सुमन के बाद बीएसएफ के जवान के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए हरिद्वार ले जाया गया। बीएसएफ जवान धनवंतरी प्रसाद (50) पुत्र काशीराम सिलोडी निवासी जौलीग्रांट, कोठारी मोहल्ला, वार्ड संख्या पांच कोलकाता में तैनात थे।
जहां उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हे कोलकाता के एक अस्पताल में ले जाया गया। जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। उनके पुत्र अजय सिलोडी ने कहा कि उनके पिता की तबीयत बिगड़ने पर उन्हे कोलकाता में अस्पताल ले जाया गया। जहां उनके पिता की मौत हो गई।
बीएसएफ के जवान के पार्थिव शरीर के घर पहुंचते ही परिजनों और लोगों की आंखे नम हो गई। सूचना पाकर सभासद राजेश भट्ट और भाजपा नेता राकेश डोभाल मौके पर पहुंचे। जौलीग्रांट चौकी इंचार्ज विनोद कुमार भी कोठारी मोहल्ला पहुंचे। साढे सात बजे के लगभग पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए हरिद्वार ले जाया गया। जहां पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बीएसएफ के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी। हरिद्वार में अंतिम संस्कार के दौरान स्थानीय चौकी इंचार्ज यशवंत सिंह खत्री, बीएसएफ इंस्पेक्टर ओमकार सिंह, कैप्टन नंदकिशोर सिलोडी आदि मौजूद रहे। जबकि जॉलीग्रांट में शिव सिंह, उमेद सिंह राणा, धमेंद्र सिंह, मुकेश सिंह नेगी, अर्जुन सिंह रावत, मनोहरी कोठियाल, रोशनलाल कोठियाल, जनार्दन सिलोरी,रजत सती, शंभू प्रसाद सिलोरी, कैलाश तिवारी, विक्रम सिंह आदि छेत्रवासी मौजूद रहे।
प्रशासन से नहीं पहुंचा कोई अधिकारी
डोईवाला। बीएसएफ के अंतिम संस्कार में डोईवाला प्रशासन की तरफ से कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। राकेश डोभाल ने कहा कि बीएसएफ के जवान धनवंतरी का पार्थिव शरीर जब उनके आवास जौलीग्रांट लाया गया तो उस वक्त डोईवाला प्रशासन की तरफ से कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा। और न स्थानीय प्रशासन का कोई अधिकारी अंतिम संस्कार में शामिल हुआ। कहा कि सुबह जब सूचना देने को अधिकारियों को फोन किया तो उनका फोन स्वीच ऑफ था।