देहरादून। चांदमारी(डोईवाला)के किसानों ने हरबंश सिंह की अध्यक्षता में अखिल भारतीय किसान सभा की बैठक कर 11 सदस्य ग्राम कमेटी का गठन किया।
अखिल भारतीय किसान सभा के 18 सितम्बर को होने वाले डोईवाला मण्डल के सम्मेलन की तैयारियों के बीच चांदमारी में किसान सभा की एक महत्वपूर्ण बैठक समपन्न हुई।
जिसमें किसान सभा जिलाध्यक्ष दलजीत सिंह व संयुक्त सचिव याक़ूब अली विशेष रूप से उपस्थित हुए।
बैठक में किसान सभा अध्यक्ष दलजीत सिंह ने सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार किसानों की समस्याओ के प्रति गम्भीर नहीं है,
प्रदेश में पशुओं में लंपी वायरस ने कहर मचा रखा जिस कारण किसानों के पशु विशेषकर गायों की भारी संख्या में मृत्यु हो रही है और पशु चिकित्सा विभाग आंख मूँदकर किसानों की बर्बादी का नजारा देख रहा है । जिसको किसान अब बर्दाश्त नहीं करेंगे ।
जिला संयुक्त सचिव याक़ूब अली ने कहा कि पशुओं में आई लंपी बीमारी के साथ साथ किसानों के धान में भी गम्भीर बीमारी के आने से किसानों की धान की फसल बर्बाद हो रही यही नहीं कुछ किसानों ने तो अपने खेतों में धान की खड़ी फसल के खेत की जुताई तक भी कर दी है जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
लेकिन कृषि विभाग को कोई परवाह नहीं है । उन्होंने सरकार से ऐसे किसानों को मुआवजा देने की मांग भी की ताकि किसानों को पशुओं और फसल में हुए नुकसान की कुछ क्षतिपूर्ति हो सके।
बैठक को किसान नेता बलबीर सिंह ने भी सम्बोधित करते हुए कहा कि अखिल भारत किसान सभा ही एक मात्र संघठन है जो दिन प्रति दिन किसानों की समस्याओं के लिये आवाज उठाता है और गम्भीरता पूर्वक किसानों के हक़ की लडाई के लिए आंदोलन करता है।
उन्होंने दूधली से लेकर झबरवाला तक वन विभाग द्वारा सेंसेटिव जोन घोषित करने के प्रयास, और इस क्षेत्र में बाघ द्वारा मवेशियों पर हमला करने और सुसवा नदी के प्रदुसित पानी के लिए ट्रीटमेंट प्लांट लगाने जैसे कई गम्भीर मुद्दे भी उठाए ,
और कहा कि हमे गम्भीरता पूर्वक, मिलकर इन सबके खिलाफ आंदोलन करना पड़ेगा। बैठक की अध्यक्षता करते हुए हरबंश सिंह ने कहा कि किसानों की लड़ाई किसी की व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है, उसके लिए सभी किसानों को लामबंद होने की जरूरत है।
उन्होंने 11 सदस्य बनी ग्राम कमेटी से 18 सितम्बर को होने वाले मण्डल सम्मेलन में बढ़ चढ़ कर भाग लेने की अपील की ।
बैठक के बाद 11 सदस्य ग्राम कमेटी का गठन करते हुए हरबंश सिंह को अध्यक्ष, बलबीर सिंह को सचिव, जसबीर सिंह कोषाध्यक्ष, रणजीत सिंह उर्फ जित्ता को उपाध्यक्ष और भविन्दर सिंह को सर्व सहमति से सह सचिव बनाया गया।
इसके अलावा रूद्र प्रसाद, हरबंश सिंह, रणजीत सिंह बब्बू , भरपूर सिंह, मलकीत सिंह, ईश्वर प्रसाद को सर्व सहमति से कार्यकरणी सदस्य बनाया गया।