डोईवाला। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष और भाजपा के बागी जितेंद्र नेगी ने डोईवाला से निर्दलीय चुनाव लड़ा। और 4588 वोट पर सिमट गए।
उनका कहना है कि जिस बूथ पर उनके परिवार के कई लोगों ने वोट ड़ाला। उस पर भी उन्हे परिवार वालों की संख्या से कम वोट मिला। उनका आरोप है कि डोईवाला में भाजपा का भारी विरोध था। इसके बावजूद प्रचंड जीत सिर्फ ईवीएम से ही मिल सकती है। ऐसा ही भाजपा शासित राज्यों में हुआ है।
वहीं डोईवाला से प्रचंड जीत दर्ज करने वाले भाजपा के बृजभूषण गैराला ने कहा कि डोईवाला में त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा किए विकास कार्यो और मोदी द्वारा पूरे प्रदेश व देश में किए गए कार्यो और कार्यकर्ताओं की मेहनत के कारण भाजपा को डोईवाला में प्रचंड वोट मिला है।
कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष मोहित नेगी ने कहा कि जितेंद्र नेगी को काफी कम वोट मिलने से मामला आमने-सामने का हो गया। जबकि उनके हिसाब से मुकाबला त्रिकोणीय दिख रहा था। नेगी को कम वोट मिलने से कांग्रेस को नुकसान हुआ।
यूकेडी नेता शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि डोईवाला में एक वर्ष में उन्होंने जो संघर्ष किया है उससे वो खुश हैं। जनता की लड़ाई आगे भी जारी रहेगी। आप पार्टी प्रत्याशी राजू मोर्य ने कहा कि उन्हें आशा के अनुरूप जनता का वोट और सर्मथन मिला है। अब निकाय चुनाव व पंचायत चुनाव के लिए वो और पार्टी तैयारी में जुट गए हैं।