Uncategorized

वन विभाग बना तश्कर, फर्नीचर वाले को बेच ड़ाली साल की डाटें

रक्षक ही बने भक्षक तो कौन करेगा वनों की सुरक्षा

डोईवाला। थानों वन रेंज में वन विभाग के कर्मचारियों ने खुद ही अपने जंगल से पेड़ काटकर डाटें चोरी कर एक फर्नीचर वाले को बेच ड़ाली।

जैसे ही मामले का खुलासा हुआ तो वन विभाग के लोगों ने मौके पर पहुंचकर फर्नीचर वाले के यहां से आनन-फानन में डाटें उठवाकर जौलीग्रांट वन चौकी पहुंचा दी। तरली जौलीग्रांट निवासी रवि मनवाल बृहस्पतिवार की सुबह जौलीग्रांट स्थित एक फर्नीचर वाले के यहां किसी कार्य से गए हुए थे।

तभी उनकी नजर फर्नीचर वाले के बगल में गई जहां साल की लगभग छह फीट गोलाई की दो डाटें रखी हुई थी। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी। वन विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर साल की डाटें कब्जे में लीं।

और दोनों डाटों को लेकर जौलीग्रांट वन चौकी पहुंचे। फर्नीचर वाले के यहां से साल की डाटें बरामद होने के बाद वन विभाग ने माल कब्जे में लेकर फर्नीचर वाले के खिलाफ कार्रवाई की। जबकि फर्नीचर वाले का कहना है कि इसमें उसका कोई लेना-देना नहीं है।

वन विभाग के कर्मचारी खुद साल की दो डाटें उनके यहां छोड़ने आए थे। सुत्रों की मानें तो थानों वन रेंज में पेड़ों की तश्करी का मामला लंबे समय से चला आ रहा है। सागौन, साल, शीशम आदि के पेड़ों को काटकर वन विभाग के कर्मचारी तश्करों और आसपास के फर्नीचार वालों को बेच रहे हैं।

फर्नीवार वाले के पास रखी गई साल की डाटें।

ऐसे होती है कीमती पेड़ों की तश्करी

डोईवाला। वन विभाग के लोग खुद साल, सागौन या शीशम के गिरे हुए पेड़ों या कई बार खड़े पेड़ों को कटवाकर तश्करों या फर्नीचार वालों को बेच देते हैं। दो या तीन फीट गोलाई के पेड़ों को तो फर्नीचार वाले कटर मशीन से चीर देते हैं।

लेकिन पांच-छह फिट गोलाई या उससे अधिक गोलाई के पेड़ों को पहले हाथों से चीरा जाता है। जिसके बाद डाटों की सिल्लियां बनाकर आसानी से कटर मशीनों में चीरी जाती हैं। फर्नीचार वाले के यहां से जो साल की डाटें बरामद की गई हैं। उन पर निशान लगाकर हाथ से फाड़े लगवाने की तैयारी की जा रही थी। थानों रेंजर एनएल डोभाल ने कहा कि वन विभाग के लोगों को मौके पर भेजा गया है। जिसके बाद ही आगे ही कार्रवाई की जाएगी।

इन्होंने कहा

थानों वन रेंज में एक साल का बड़ा पेड़ गिर गया था। जिसे कटवाकर जौलीग्रांट वन चौकी में रखा गया था। लेकिन वन चौकी से साल की ये डाटें फर्नीचार वाले के यहां कैसे पहुंची इसकी जांच करवाई जा रही है। यदि उनका स्टॉफ दोषी पाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। राजकुमार धीमान, डीएफओ देहरादून।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!