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विद्युत उत्पादन क्षमता 2,48,554 से 4,00,000 मेगावाट पहुंचाई, नए ऊर्जा स्रोतों से 40 फीसदी बिजली का लक्ष्य हुआ पूरा

पड़ोंसी देशों को बिजली सल्पाई, नवीनीकरण ऊर्जा स्रोतों से 40 फीसदी बिजली का लक्ष्य पूरा

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Dehradun. आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में  टीएचडीसी और विद्युत विभाग द्वारा भानियावाला में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें भारत, उज्जवल भविष्य, पॉवर 2047 के बारे में मंथन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए क्षेत्रीय विधायक बृजभूषण गैरोला ने कहा कि 2014 में जो विद्युत उत्पादन क्षमता 2,48,554 मेगावाट थी वह 4,00,000 मेगावाट हो गई है जो कि मांग से 185000 मेगावाट अधिक है। भारत आज अपने पड़ोसी देशों को बिजली निर्यात कर रहा है। पारेषण लाइनों में 163000 सीकेएम की वृद्धि की गई है।

जो पूरे भारत को एक फ्रीक्वेंसी पर चलने वाले ग्रेड से जोड़ती है लद्दाख से कन्याकुमारी और कच्छ से म्यांमार की सीमा तक यह दुनिया की सबसे बड़ी एकीकृत ग्रिड है। प्रदेश में छोटे-छोटे बांधों से विद्युत उत्पादन किया जा रहा है। कहा कि वैकल्पिक उर्जा स्रोतों की तरफ अधिक ध्यान दिया जा रहा है।

जिससे कम लागत में अधिक विद्युत उत्पादन किया जा सकेगा। डीएचडीसी के डिप्टी जनरल मैनेजर अजय जैन ने कहा कि एकीकृत ग्रिड से देश के एक कोने से दूसरे कोने तक 112000 मेगावाट बिजली पहुंचाई जा सकती है।

कॉप21 में वादा किया था कि 2030 तक हमारी 40 फीसदी उत्पादन क्षमता नवीनीकरण ऊर्जा स्रोतों से होगी। और यह लक्ष्य समय सीमा से 9 वर्ष पहले ही नवंबर 2021 तक हासिल कर लिया गया है।

वर्तमान में नवीनीकरण ऊर्जा स्रोतों से भारत विश्व में तेज गति जिससे नवीनीकरण ऊर्जा क्षमता स्थापित कर रहा है। वर्तमान में नवीनीकरण ऊर्जा स्रोतों से 163000 मेगावाट विद्युत का उत्पादन किया जा रहा है।

201522 रुपए की लागत से पिछले 5 वर्षों में 2921 नए सबस्टेशनों का निर्माण, 3926 सबस्टेशनों का संवर्धन, 604465 सीकेएम लाइनों का संस्थापक, 11 केवी की 268834 एचटी लाइनों का संस्थापन, 122123 सीकेएम कृषि फीडर पृथककरण का कार्य किया गया है।

2015 में गांवों में विद्युत आपूर्ति का औसत साढे बाराह घंटे से बढकर साढे बाइस घंटे कर दिया गया है। 2018 में 987 दिनों में गांव का विद्युतीकरण कर लिया गया है। 18 महीनों में 100 फ़ीसदी घरों के विद्युतीकरण कर 2 करोड़ 86 लाख का लक्ष्य हासिल किया गया है।

इसे दुनिया के सबसे बड़े विद्युतीकरण अभियान के रूप में जाना गया है। लोगों के लिए सौर पंपों का उपयोग शुरू करने के लिए केंद्र सरकार 30 परसेंट सब्सिडी और राज्य सरकार भी 30 परसेंट सब्सिडी दे रही है। वहीं 30 फ़ीसदी ऋण की सुविधा दी जा रही है।

इस अवसर पर अधिशासी अभियंता वीके सिंह, एसडीओ गुरमीत, ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी संपूर्ण सिंह रावत, जिला उपाध्यक्ष विक्रम सिंह, मंडल अध्यक्ष विनय कंडवाल, राजेश भट्ट, प्रदीप नेगी, संदीप नेगी, ईश्वर रौथाण, ममता नयाल, आशा सेमवाल, सुरेश सैनी, चंद्रभान सिंह पाल,

अमित कुमार, अवतार सिंह, हिमांशु राणा, कनिष्ठ प्रमुख विनोद राणा , युक्ता मिस्रा एस डी एम डोईवाला, अजय जैन उप महाप्रबंधक टीएचडीसी, अमित कुमार अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल (ग्रामीण) देहरादून , राकेश कुमार अधिशासी अभियंता रायपुर , शक्ति प्रसाद अधिशासी अभियंता ऋषिकेश

 विजय कुमार सिंह अधिशासी अभियंता डोईवाला, प्रशांत पंत अधिशासी अभियंता विद्युत परीक्षण खंड (ग्रामीण) देहरादून एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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